2. कम्प्यूटर मेमोरी (Computer Memory)

 

कम्प्यूटर मेमोरी (Computer Memory)



कंप्यूटर मेमोरी (Computer Memory)

Computer Memory एक फिजिकल डिवाइस है, जिसका उपयोग कंप्यूटर में अस्थायी तथा स्थायी तौर पर data, information और instruction को स्टोर करने के लिए किया जाता है।

जिस तरह हम मनुष्यों के पास डेटा और इनफार्मेशन को स्टोर करने के लिए मस्तिष्क होता है ठीक उसी तरह कंप्यूटर में डेटा और इनफार्मेशन को स्टोर करने के लिए मेमोरी होती है

मेमोरी कई सारे छोटे छोटे सेल से मिलकर बना होता है जो बिट्स के रूप में binary इनफार्मेशन को स्टोर करती है।

मेमोरी में प्रत्येक सेल का एड्रेस अलग अलग होता है, जिसमें एड्रेस शून्य से लेकर मेमोरी साइज से एक कम होता है। उदाहरण के लिए, यदि कंप्यूटर मेमोरी का आकार 64k (यहाँ K  = किलोबाइट ) है, तो मेमोरी यूनिट्स में 64 * 1024 = 65536 सेल होते हैं। मेमोरी की सेल का एड्रेस 0 से 65535 तक होता है।


कंप्यूटर मेमोरी के प्रकार (Types of Memory)

कंप्यूटर मेमोरी को मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा जा सकता है -:


1. प्राइमरी मेमोरी (Primary memory)

प्राथमिक मेमोरी का प्रकार (Type of Primary Memory)

विवरण (Explanation)

विशेषताएँ (Features)

उपयोग (Uses)

रैम (RAM - Random Access Memory)

1. यह अस्थायी मेमोरी है, जो कंप्यूटर के चालू रहने पर सक्रिय रहती है।
2.
इसका उपयोग डेटा और प्रोग्राम को अस्थायी रूप से स्टोर करने के लिए होता है।

1. अस्थायी (volatile) होती है।
2.
डेटा जल्दी एक्सेस होता है।

कंप्यूटर के रनिंग प्रोग्राम्स और डेटा को अस्थायी रूप से स्टोर करना।

रोम (ROM - Read Only Memory)

1. यह स्थायी मेमोरी है जो बूटिंग और अन्य फिक्स्ड ऑपरेशन के लिए उपयोग की जाती है।
2.
इसको रीड किया जा सकता है, लेकिन इसमें डेटा नहीं बदला जा सकता।

1. स्थायी (non-volatile) होती है।
2.
डेटा को रीड किया जा सकता है।

कंप्यूटर के स्टार्टअप, BIOS स्टोर करना।

कैश मेमोरी (Cache Memory)

1. यह प्रोसेसर के पास स्थित एक बहुत तेज़ मेमोरी है जो प्रोसेसर के डेटा एक्सेस को तेज़ करती है।
2.
यह अस्थायी होती है और बहुत कम डेटा स्टोर करती है।

1. उच्च गति की होती है।
2.
प्रोसेसर के करीब स्थित होती है।

प्रोसेसर के लिए तेजी से डेटा एक्सेस प्रदान करना।

वर्चुअल मेमोरी (Virtual Memory)

1. यह एक प्रकार की मेमोरी होती है जो RAM की कमी को पूरा करने के लिए हार्ड डिस्क से डेटा का उपयोग करती है।

1. अस्थायी होती है।
2. RAM
से ज्यादा क्षमता होती है।

RAM की कमी को पूरा करना, मल्टीटास्किंग।

 

2. सेकेंडरी मेमोरी (Secondary memory)

द्वितीयक मेमोरी का प्रकार (Type of Secondary Memory)

विवरण (Explanation)

विशेषताएँ (Features)

उपयोग (Uses)

हार्ड डिस्क (Hard Disk)

1. यह एक स्थायी मेमोरी होती है, जो बड़े पैमाने पर डेटा स्टोर करने के लिए उपयोग की जाती है।
2.
इसमें बड़ी स्टोरेज क्षमता होती है।

1. नॉन-वलैटाइल (Non-volatile) होती है।
2.
उच्च डेटा स्टोरेज क्षमता।

ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ़्टवेयर और डेटा स्टोर करने के लिए।

ऑप्टिकल डिस्क (Optical Discs)

1. ऑप्टिकल डिस्क में डेटा को लेज़र बीम से स्टोर किया जाता है।
2.
ये स्थायी (non-volatile) होती हैं और विभिन्न प्रकार की होती हैं जैसे सीडी (CD), डीवीडी (DVD)

1. डेटा को स्थायी रूप से स्टोर करती हैं।
2.
रीड और राइट कार्य होते हैं।

सॉफ़्टवेयर, मल्टीमीडिया कंटेंट, बैकअप स्टोर करना।

पेन ड्राइव (Pen Drive)

1. यह एक पोर्टेबल फ्लैश मेमोरी डिवाइस है, जिसे यूएसबी पोर्ट के जरिए कंप्यूटर से जोड़ा जाता है।
2.
इसका उपयोग डेटा ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है।

1. फ्लैश मेमोरी पर आधारित होती है।
2.
पोर्टेबल और रीड और राइट दोनों कार्य होते हैं।

डेटा ट्रांसफर, बैकअप और छोटे पैमाने पर डेटा स्टोर करना।

एसएसडी (SSD - Solid State Drive)

1. यह एक प्रकार की फास्ट स्टोरेज डिवाइस है जो डेटा स्टोर करने के लिए NAND फ्लैश मेमोरी का उपयोग करती है।
2.
एसएसडी हार्ड डिस्क से तेज़ होती है।

1. बिना मूविंग पार्ट्स के होती है।
2.
डेटा ट्रांसफर स्पीड तेज़ होती है।

ऑपरेटिंग सिस्टम, सॉफ़्टवेयर और गेम्स के लिए उपयोग।

फ्लॉपी डिस्क (Floppy Disk)

1. यह एक पुरानी मेमोरी डिवाइस है जो डेटा को चुंबकीय परत पर स्टोर करती है।
2.
इसका उपयोग छोटे डेटा ट्रांसफर के लिए किया जाता था।

1. छोटे आकार की होती है।
2.
धीरे-धीरे obsolete हो गई है।

पुराने कंप्यूटर सिस्टमों में डेटा स्टोर करना।

मैग्नेटिक टेप (Magnetic Tape)

1. यह एक प्रकार की चुंबकीय स्टोरेज डिवाइस है जो डेटा को टेप पर स्टोर करती है।
2.
इसे बड़े पैमाने पर डेटा बैकअप के लिए उपयोग किया जाता है।

1. बड़े डेटा के लिए उपयुक्त।
2.
सस्ते होते हैं।

बैकअप, डेटा आर्काइविंग, बड़े डेटा के लिए।

 

3. कैश मेमोरी (Cache memory)

कैश मेमोरी का प्रकार (Type of Cache Memory)

विवरण (Explanation)

विशेषताएँ (Features)

उपयोग (Uses)

लेवल 1 कैश (L1 Cache)

1. यह सबसे छोटी और सबसे तेज़ कैश मेमोरी होती है, जो प्रोसेसर के पास स्थित होती है।
2.
इसका उद्देश्य प्रोसेसर के लिए तुरंत डेटा उपलब्ध कराना होता है।

1. बहुत तेज़ होती है।
2.
प्रोसेसर के पास स्थित होती है।

प्रोसेसर द्वारा जल्दी से डेटा एक्सेस करने के लिए।

लेवल 2 कैश (L2 Cache)

1. यह लेवल 1 कैश के बाद दूसरी तेज़ मेमोरी होती है, जो प्रोसेसर के पास होती है या मदरबोर्ड पर हो सकती है।
2.
यह लेवल 1 कैश के डेटा को सपोर्ट करती है।

1. लेवल 1 से बड़ी होती है।
2.
प्रोसेसर के लिए एक्सेस स्पीड तेज़ होती है।

प्रोसेसर के लिए बड़ी डेटा मात्रा स्टोर करना।

लेवल 3 कैश (L3 Cache)

1. यह तीसरी कैश मेमोरी होती है, जो सामान्यत: प्रोसेसर के बाहर स्थित होती है।
2.
यह उच्च गति से डेटा प्रोसेसिंग के लिए काम करती है।

1. बड़ी होती है, लेकिन तेज़ नहीं होती।
2.
प्रोसेसर के बीच डेटा को साझा करती है।

मल्टी-कोर प्रोसेसर के लिए डेटा शेयरिंग और डेटा एक्सेस को तेज़ बनाना।

आंतरिक कैश (Internal Cache)

1. यह वह कैश होती है जो सीधे प्रोसेसर के भीतर स्थित होती है और त्वरित डेटा प्रोसेसिंग को सक्षम बनाती है।

1. प्रोसेसर के अंदर स्थित होती है।
2.
उच्च गति से डेटा उपलब्ध कराती है।

प्रोसेसर को त्वरित एक्सेस डेटा प्रदान करना।

बाहरी कैश (External Cache)

1. यह कैश मेमोरी प्रोसेसर से बाहर स्थित होती है और यह बड़ी मात्रा में डेटा स्टोर करती है।

1. प्रोसेसर से बाहर होती है।
2.
कम स्पीड की होती है।

सिस्टम की गति को बढ़ाना और प्रोसेसर के लिए डेटा सपोर्ट करना।

 

मेमोरी की विशेषताएं (Features of Memory)

मेमोरी के फीचर्स (Features of Memory)

विवरण (Explanation)

उदाहरण (Examples)

विशेषताएँ (Characteristics)

स्पीड (Speed)

मेमोरी की स्पीड दर्शाती है कि डेटा को कितनी जल्दी प्रोसेस किया जा सकता है।

RAM (Random Access Memory), Cache Memory

मेमोरी जितनी तेज़ होगी, डेटा प्रोसेसिंग उतनी जल्दी होगी।

कैपेसिटी (Capacity)

मेमोरी की क्षमता यह बताती है कि कितनी मात्रा में डेटा स्टोर किया जा सकता है।

4GB RAM, 500GB Hard Disk

अधिक क्षमता वाली मेमोरी ज्यादा डेटा स्टोर कर सकती है।

डेटा एक्सेस (Data Access)

डेटा एक्सेस यह बताता है कि डेटा को कितनी जल्दी मेमोरी से पढ़ा और लिखा जा सकता है।

RAM, ROM

मेमोरी का डेटा एक्सेस स्पीड के आधार पर भिन्न होता है।

स्थिरता (Stability)

स्थिरता दर्शाती है कि मेमोरी का डेटा बिजली की कटौती या सिस्टम बंद होने पर कितना स्थिर रहता है।

ROM (Read-Only Memory)

ROM स्थिर होती है, जबकि RAM अस्थिर होती है।

वेल्यू (Volatility)

वेल्यू बताती है कि मेमोरी का डेटा कब तक रहता है। अस्थिर (volatile) मेमोरी में डेटा केवल तब तक रहता है जब तक बिजली चलती है।

RAM (volatile), ROM (non-volatile)

RAM वोलैटाइल होती है, जबकि ROM नॉन-वोलैटाइल होती है।

डेटा सुरक्षा (Data Security)

यह बताता है कि मेमोरी में स्टोर किए गए डेटा की सुरक्षा कैसी है, और क्या उसे सुरक्षित रखा जा सकता है।

Hard Drive, SSD (Solid-State Drive)

Hard Drive में डेटा की सुरक्षा भिन्न हो सकती है, जबकि ROM में स्थायी डेटा होता है।

रिड और राइट ऑपरेशन (Read and Write Operation)

यह दर्शाता है कि मेमोरी पर डेटा पढ़ने और लिखने की प्रक्रिया कितनी सरल और तेज़ है।

RAM, ROM, Hard Drive

RAM तेज़ी से पढ़ और लिख सकती है, जबकि ROM केवल पढ़ने योग्य होती है।

कॉस्ट (Cost)

मेमोरी के प्रकार के आधार पर इसका मूल्य कितना होता है।

RAM (मूल्य उच्च), Hard Disk (मूल्य कम)

उच्च गति और उच्च क्षमता वाली मेमोरी महंगी होती है।

प्रकार (Type)

मेमोरी के प्रकार यह दर्शाते हैं कि मेमोरी किस उद्देश्य के लिए बनाई गई है।

RAM (Random Access Memory), ROM (Read-Only Memory), Cache Memory, Hard Disk

मेमोरी के विभिन्न प्रकार अलग-अलग उद्देश्यों के लिए उपयोग होते हैं।

स्ट्रक्चर (Structure)

मेमोरी के डेटा संरचना और संगठन के तरीके को दर्शाता है।

सिंगल लेवल मेमोरी (जैसे RAM), मल्टी-लेवल मेमोरी (जैसे Cache, RAM)

अधिक स्तर वाली मेमोरी अधिक गति और क्षमता प्रदान करती है।

एनर्जी खपत (Energy Consumption)

यह बताता है कि मेमोरी को काम करने के लिए कितनी ऊर्जा की आवश्यकता होती है।

DRAM (Dynamic RAM) के मुकाबले SRAM (Static RAM) कम ऊर्जा खपत करता है।

मेमोरी की ऊर्जा खपत कम या अधिक हो सकती है, जैसे कि SSD और DRAM में अंतर।

डेटा ट्रांसफर (Data Transfer)

यह बताता है कि मेमोरी के भीतर डेटा ट्रांसफर की गति कितनी होती है।

RAM, Cache Memory, Hard Disk

कैश मेमोरी में ट्रांसफर की गति ज्यादा होती है।

समानांतर पहुँच (Parallel Access)

मेमोरी में एक साथ कितने डेटा का उपयोग किया जा सकता है, इसे समानांतर पहुँच कहते हैं।

Multiple Processors (Parallel Processors)

उच्च क्षमता वाली मेमोरी में समानांतर पहुँच का अधिक अवसर होता है।

 

 

 1. Computer : An Introduction 

 


Post a Comment

Previous Post Next Post