1.कम्प्यूटर : एक परिचय (Computer : An Introduction)

Computer : An Introduction 


Characteristics of Computers




 


S.No.

विवरण (Description)

1

परिभाषा (Definition): कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो इनपुट डेटा को प्रोसेस करके आउटपुट प्रदान करता है। इसे मानव सहायता से कई कार्यों को स्वचालित रूप से करने के लिए डिजाइन किया गया है।

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कंप्यूटर के प्रमुख भाग (Main Parts of Computer): - सीपीयू (CPU): प्रोसेसिंग का काम करता है।
-
मेमोरी: डेटा को अस्थायी या स्थायी रूप से स्टोर करती है।
-
इन्पुट डिवाइस: जैसे कीबोर्ड, माउस।
-
आउटपुट डिवाइस: जैसे मॉनिटर, प्रिंटर।

4

कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer): कंप्यूटर का विकास कई चरणों में हुआ। पहला कंप्यूटर 1940 के दशक में "ENIAC" था। कंप्यूटर की विभिन्न पीढ़ियाँ रही हैं, जैसे वैक्यूम ट्यूब, ट्रांजिस्टर, माइक्रोप्रोसेसर, और आज के सुपर कंप्यूटर।

5

कंप्यूटर का उपयोग (Uses of Computer): - शिक्षा
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स्वास्थ्य
-
बैंकिंग
-
व्यापार और उद्योग
-
विज्ञान और अनुसंधान
-
मनोरंजन

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कंप्यूटर की गति (Speed of Computer): कंप्यूटर बहुत तेज़ी से कार्य करता है। उदाहरण के लिए, सुपर कंप्यूटर एक सेकंड में लाखों गणनाएं कर सकता है।

7

कंप्यूटर का महत्व (Importance of Computer): आज के समय में, कंप्यूटर न केवल शिक्षा और व्यवसाय में मदद करता है, बल्कि यह समाज के कई पहलुओं में विकास और प्रगति का कारण बनता है।

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कंप्यूटर के लाभ (Advantages of Computer): - समय की बचत
-
सटीकता और गलती कम होना
-
काम में दक्षता
-
इंटरनेट से जानकारी प्राप्त करना

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कंप्यूटर के नुकसान (Disadvantages of Computer): - स्वास्थ्य पर प्रभाव (ज्यादा स्क्रीन टाइम)
-
डेटा चोरी और हैकिंग
-
अत्यधिक निर्भरता

 

Note :- ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज (Charles Babbage) ने 1837 में कंप्यूटर का आविष्कार किया था इसलिए चार्ल्स बैबेज को Father of Computer भी कहा जाता हैं उन्होने एक Analytical Engine बनाया था जिसे ही दुनिया का पहला कंप्यूटर कहा जाता हैं |

 

 कंप्यूटर के बारे में रोचक तथ्य (Interesting Facts About Computers)

 

.No.

रोचक तथ्य (Interesting Fact)

1

पहला कंप्यूटर: पहला कंप्यूटर 1945 में "ENIAC" (Electronic Numerical Integrator and Computer) के रूप में विकसित किया गया था। यह आकार में बहुत बड़ा और भारी था।

2

कंप्यूटर की गति: आजकल के कंप्यूटर सुपरफास्ट होते हैं। उदाहरण के तौर पर, एक सुपर कंप्यूटर प्रति सेकंड लाखों गणनाएं कर सकता है।

3

माउस का नामकरण: कंप्यूटर माउस का नाम 'माउस' इसलिए पड़ा क्योंकि इसका आकार छोटा था और यह एक लंबे तार से जुड़ा हुआ था, जिससे यह चूहा जैसा लगता था

4

स्मॉल कंप्यूटर: पहले कंप्यूटरों का आकार एक कमरे जितना बड़ा था, जबकि आजकल के कंप्यूटर छोटे और हल्के होते हैं।

5

पहला डोमेन नाम: पहला डोमेन नाम 1985 में "symbolics.com" पंजीकृत किया गया था, और यह अब भी सक्रिय है।

6

कंप्यूटर वायरस: पहला कंप्यूटर वायरस 1986 में "Brain" नाम से बना था। यह वायरस पाकिस्तान के दो कंप्यूटर वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया था।

7

एंटर की उत्पत्ति: "Enter" की कुंजी का नाम पहले "Return" हुआ करता था। यह नाम पहले टाइप राइटर के हिसाब से रखा गया था, जब एक लाइन पूरी होती थी तो रिबन को वापस लाना पड़ता था।

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ऑनलाइन शॉपिंग: ऑनलाइन शॉपिंग की शुरुआत 1994 में "Amazon" और "eBay" जैसे प्लेटफॉर्म से हुई। अब यह एक बड़ा और लोकप्रिय उद्योग बन गया है।

9

कंप्यूटर का आकार: पहले कंप्यूटर का वजन लगभग 30 टन था और इसे चलाने के लिए 150 किलोवाट बिजली की आवश्यकता होती थी, जबकि आज के कंप्यूटर 1 किलोवाट से भी कम बिजली का उपयोग करते हैं।

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विश्व का पहला कंप्यूटर प्रोग्राम: "Ada Lovelace" ने 19वीं सदी में पहला कंप्यूटर प्रोग्राम लिखा था। वह चार्ल्स बैबेज के "Analytical Engine" के लिए काम करती थीं।

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इंटरनेट का विकास: इंटरनेट का विकास 1960 के दशक में अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा "ARPANET" के रूप में हुआ था, जो बाद में वैश्विक नेटवर्क बन गया।

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कंप्यूटर से जीनोम मैपिंग: कंप्यूटर का उपयोग जीनोम मैपिंग में भी किया जाता है। 2003 में "Human Genome Project" के जरिए मानव जीनोम का पूरा नक्शा तैयार किया गया।

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कंप्यूटर के बिना: पहले के समय में बिना कंप्यूटर के लोग कैलकुलेटर, रूलर और कागज पर गणना करते थे, जो अब कंप्यूटर की मदद से एक क्लिक में हो जाती है।

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मोबाइल फोन के आकार में बदलाव: पहले मोबाइल फोन बहुत बड़े और भारी होते थे, आजकल स्मार्टफोन छोटे, हल्के, और शक्तिशाली हो गए हैं।

 

कंप्यूटर के मूल भाग (Basic Parts of Computer)


भाग (Part)

विवरण (Description)

सीपीयू (CPU)

CPU (Central Processing Unit) कंप्यूटर का मुख्य प्रोसेसर होता है जो सभी निर्देशों और प्रक्रियाओं को प्रोसेस करता है। यह कंप्यूटर का दिमाग कहलाता है।

मॉनिटर (Monitor)

यह एक आउटपुट डिवाइस है, जो कंप्यूटर द्वारा प्रोसेस की गई जानकारी को स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है। यह कंप्यूटर की दृश्य डिस्प्ले होती है।

कीबोर्ड (Keyboard)

यह एक इनपुट डिवाइस है जिसका उपयोग उपयोगकर्ता कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए करता है। इसमें अक्षर, अंक, और विशेष बटन होते हैं।

माउस (Mouse)

माउस भी एक इनपुट डिवाइस है, जिसका उपयोग कंप्यूटर पर काम करने के लिए कर्सर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।

हर्ड डिस्क (Hard Disk)

यह एक सेकंडरी स्टोरेज डिवाइस है, जो डेटा और सॉफ़्टवेयर को स्थायी रूप से स्टोर करता है। इसे कंप्यूटर की मुख्य स्टोरेज डिवाइस माना जाता है।

रैम (RAM)

RAM (Random Access Memory) कंप्यूटर की अस्थायी मेमोरी है, जहां सक्रिय कार्यक्रम और डेटा स्टोर होते हैं। यह डेटा प्रोसेसिंग के समय उपयोग में आता है।

पावर सप्लाई (Power Supply)

पावर सप्लाई कंप्यूटर को विद्युत ऊर्जा प्रदान करता है। यह कंप्यूटर के सभी हिस्सों को आवश्यक विद्युत शक्ति देता है।

ऑप्टिकल ड्राइव (Optical Drive)

ऑप्टिकल ड्राइव जैसे CD/DVD ड्राइव, जो डिस्क पर डेटा को पढ़ने और लिखने के लिए उपयोग किया जाता है। यह स्टोरेज के लिए एक माध्यम है।

फ्लॉपी डिस्क (Floppy Disk)

यह एक पुराना स्टोरेज डिवाइस है, जो छोटे डेटा को स्टोर करता था। यह अब ज्यादा प्रचलित नहीं है, लेकिन पहले डेटा ट्रांसफर के लिए उपयोग किया जाता था।

ग्राफिक्स कार्ड (Graphics Card)

ग्राफिक्स कार्ड, जिसे GPU (Graphics Processing Unit) भी कहा जाता है, कंप्यूटर की विज़ुअल प्रोसेसिंग का काम करता है। यह विशेष रूप से गेमिंग और ग्राफिक्स के लिए महत्वपूर्ण है।

यूएसबी पोर्ट (USB Port)

USB पोर्ट का उपयोग बाहरी उपकरणों को जोड़ने के लिए किया जाता है जैसे की कीबोर्ड, माउस, प्रिंटर, और पेन ड्राइव।

 

Note :- भारत का सबसे पहला कंप्यूटर ISIJU है इसका नाम ISIJU इसलिए है क्योकि इस कंप्यूटर को 1966 में Indian Statistical Institute ( ISI ) और Jadavpur University (JU) ने मिलकर बनाया था यह भारत पहला Transistor युक्त था |

 

कंप्यूटर की विशेषताएं (Features of Computer)

मुख्य फीचर (Feature)

उप-फीचर (Sub Features)

विवरण (Explanation)

गति (Speed)

तेजी से कार्य करना

कंप्यूटर बहुत तेजी से काम करता है और कुछ ही सेकंड में बड़ी गणनाओं को पूरा कर सकता है।


मिलियन इंस्ट्रक्शन प्रति सेकंड (MIPS)

कंप्यूटर प्रति सेकंड लाखों निर्देश (instructions) को प्रोसेस कर सकता है।

सटीकता (Accuracy)

त्रुटि-मुक्त गणना

कंप्यूटर 100% सटीक परिणाम प्रदान करता है। गलतियाँ केवल उपयोगकर्ता द्वारा किए गए गलत डेटा एंट्री के कारण होती हैं।


विश्वसनीयता (Reliability)

यह लंबे समय तक बिना किसी खराबी के सही तरीके से काम करता है।

स्वचालन (Automation)

कार्य स्वचालित करना

एक बार प्रोग्रामिंग करने के बाद कंप्यूटर स्वचालित रूप से कार्य करता है।


प्रोग्राम्ड टास्क

कंप्यूटर उन कार्यों को करता है जिन्हें उसे पहले से प्रोग्राम किया गया है।

बहु-कार्य क्षमता (Multitasking)

एक समय में कई कार्य करना

कंप्यूटर एक ही समय में कई कार्य कर सकता है, जैसे म्यूजिक सुनना और डॉक्यूमेंट टाइप करना।


मल्टीथ्रेडिंग

यह फीचर एक ही समय में अलग-अलग प्रक्रियाओं को संभालने में मदद करता है।

स्टोरेज (Storage)

बड़ा डेटा स्टोरेज

कंप्यूटर बड़ी मात्रा में डेटा को स्टोर कर सकता है, जिसे बाद में जरूरत के अनुसार एक्सेस किया जा सकता है।


प्राइमरी स्टोरेज (RAM)

इसे अस्थायी मेमोरी के रूप में उपयोग किया जाता है।


सेकेंडरी स्टोरेज (Hard Disk)

इसका उपयोग स्थायी डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है।

संचार (Communication)

डेटा शेयरिंग

कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से डेटा और जानकारी को साझा कर सकता है।


इंटरनेट कनेक्टिविटी

कंप्यूटर इंटरनेट से जुड़कर दुनिया भर में जानकारी का आदान-प्रदान कर सकता है।

बहु-प्रयोग (Versatility)

विभिन्न प्रकार के कार्य

कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न कार्यों जैसे गणना, डिजाइनिंग, गेमिंग, और लेखन के लिए किया जा सकता है।

स्वचालन (Automation)

मानव हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं

एक बार कार्य प्रोग्राम कर देने के बाद कंप्यूटर इसे बिना रुकावट के पूरा करता है।

मेमोरी (Memory)

डेटा को याद रखना

कंप्यूटर में डेटा और प्रोग्राम को लंबे समय तक संग्रहीत करने की क्षमता होती है।


इलेक्ट्रॉनिक मेमोरी

कंप्यूटर की मेमोरी तेज और भरोसेमंद होती है।

डिजिटल नेचर (Digital Nature)

डेटा को डिजिटल रूप में प्रोसेस करना

कंप्यूटर डेटा को डिजिटल फॉर्मेट (0 और 1) में प्रोसेस करता है।

लचीलापन (Flexibility)

विभिन्न सॉफ्टवेयर उपयोग

कंप्यूटर अलग-अलग सॉफ़्टवेयर का उपयोग कर कई प्रकार के कार्य कर सकता है।

स्वचालन (Automation)

रीपिटेटिव कार्य करना

कंप्यूटर स्वचालित रूप से दोहराए जाने वाले कार्यों को तेज और सटीक रूप से करता है।

पोर्टेबिलिटी (Portability)

लैपटॉप और टैबलेट

छोटे और हल्के डिवाइस (जैसे लैपटॉप और टैबलेट) कंप्यूटर को पोर्टेबल बनाते हैं।


क्लाउड स्टोरेज

पोर्टेबल डेटा एक्सेस के लिए क्लाउड स्टोरेज का उपयोग किया जा सकता है।

गोपनीयता और सुरक्षा (Privacy & Security)

पासवर्ड प्रोटेक्शन

कंप्यूटर डेटा को पासवर्ड और एन्क्रिप्शन से सुरक्षित किया जा सकता है।


एंटीवायरस प्रोटेक्शन

कंप्यूटर को वायरस और मैलवेयर से बचाने के लिए एंटीवायरस का उपयोग किया जाता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)

मशीन लर्निंग

कंप्यूटर सीखने और निर्णय लेने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करता है।


स्वचालित निर्णय

एआई का उपयोग करके कंप्यूटर जटिल समस्याओं का समाधान करता है।

 

कंप्यूटर की सीमाएँ (Limitation Of Computer)

मुख्य सीमा (Limitation)

विवरण (Explanation)

कोई स्वायत्तता नहीं (No Autonomy)

कंप्यूटर स्वयं से निर्णय नहीं ले सकता। उसे हमेशा निर्देश (Instructions) की आवश्यकता होती है।

भावनाओं का अभाव (Lack of Emotions)

कंप्यूटर में कोई भावना या संवेदनशीलता नहीं होती। यह केवल तार्किक और गणनात्मक कार्य कर सकता है।

निर्णय क्षमता का अभाव (Lack of Decision Making)

कंप्यूटर केवल उन स्थितियों का समाधान कर सकता है जो पहले से प्रोग्राम की गई हैं। जटिल स्थितियों में यह असमर्थ होता है।

मानव बुद्धिमत्ता का अभाव (Lack of Human Intelligence)

कंप्यूटर केवल प्रोग्राम्ड डेटा के अनुसार काम करता है, मानव जैसी सोचने-समझने की क्षमता नहीं होती।

सृजनशीलता का अभाव (Lack of Creativity)

कंप्यूटर खुद से कुछ नया नहीं बना सकता। यह केवल दिए गए निर्देशों के आधार पर कार्य करता है।

डेटा इनपुट पर निर्भरता (Dependence on Input)

कंप्यूटर उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए डेटा पर निर्भर करता है। यदि इनपुट गलत है, तो परिणाम भी गलत होगा।

स्व-शिक्षा की कमी (No Self-Learning)

अधिकांश कंप्यूटर स्व-शिक्षा में सक्षम नहीं हैं और उन्हें नए कार्यों के लिए प्रोग्रामिंग की आवश्यकता होती है।

हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर पर निर्भरता (Dependence on Hardware and Software)

कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर की स्थिति पर निर्भर करता है। खराब हार्डवेयर या सॉफ़्टवेयर इसे अनुपयोगी बना सकते हैं।

त्रुटि-संभावना (Possibility of Errors)

अगर उपयोगकर्ता ने गलत निर्देश या डेटा इनपुट किया, तो कंप्यूटर गलत परिणाम देगा।

मरम्मत और रखरखाव (Maintenance Requirement)

कंप्यूटर को नियमित रूप से अपडेट और रखरखाव की आवश्यकता होती है, जो समय और पैसे की मांग करता है।

सुरक्षा मुद्दे (Security Issues)

कंप्यूटर डेटा को हैकिंग, वायरस, और साइबर अटैक्स से खतरा होता है।

सीमित डेटा प्रोसेसिंग क्षमता (Limited Data Processing Capability)

कंप्यूटर की प्रोसेसिंग क्षमता हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर पर निर्भर करती है और यह असीमित नहीं है।

भावनात्मक समझ का अभाव (Lack of Emotional Understanding)

कंप्यूटर मानव की तरह भावनाओं को समझने या व्यक्त करने में सक्षम नहीं होता।

 

History of Computer - कम्प्यूटर का विकास इस आधुनिक समय में तेजी से बढ़ रहा है प्राचीन काल में लोग डेटा इकठे करते थे तथा प्रोसेस करते थे और परिणामों को सम्प्रेषण करते थे।

                                                                                                                                                          

प्राचीन समय में जब लोगों के पास ज्यादा कुछ सुविधाएं नहीं थे और लोग शिकार करके अपना जीवन यापन किया करते थे तब लोगों को यदि कुछ गणना करना होता था तो वो लाठी, पत्थर और हड्डियों का उपयोग किया जाता था |

जैसे जैसे समय बीतता गया लोगों के मस्तिष्क का विकास भी होने लगा और उन्होंने गणना करने के लिए कई सारे मशीन भी डेवलप्ड किये |

ऐसा माना जाता है कि कंप्यूटर का विकास Abacus के अविष्कार के साथ शुरू हुआ | इसका आविष्कार Tim Cranmer ने किया था | Abacus के बाद Napier’s Bones कंप्यूटर का आविष्कार हुआ और उसके बाद Slide Rule Computers आये |

Computer                                          Year                                                                   Developed By

Abacus                                                2400 BC                                                            Tim Cranmer

Napier’s Bones                                  1614                                                                  John Napier

Slide Rule                                           1622                                                                  William oughtred

Pascaline                                            1642                                                                  Blaise Pascal

Stepped Reckoner                            1672                                                                  Gottfried Wilhelm Leibniz

Jacquard loom                                   1801                                                                  Joseph Marie Jacquard

Arithmometer                                   1820                                                                  Thomas De Colmar

Difference Engine                             1822                                                                  Charles Babbage

Analytical Engine                              1834                                                                  Charles Babbage

Scheutizian Calculation Engine       1843                                                                  Pearl George Scheutiz

Tabulating machine                          1890                                                                  Herman Hollerith

Harvard mark 1                                 1937-1944                                                        Dr.Howard Aiken

Z1                                                        1936-1938                                                        Konrad Zuse

Atanasoff-Berry Computer              1939 -1942                         John Vincent Atanasoff And Clifford Berry

ENIAC                                                 1946                                    John Mauchly And J. Presper Eckert

EDVAC                                                1949                                                                  Von Neumann

UNIVAC 1                                           1951                                    J. Presper Eckert And John Mauchly

Osborne 1                                          1981                                    Osborne Computer Corporation 


..

उपकरण/विकास (Device/Development)

विवरण (Description)

1

अबैकस (Abacus)

अबैकस सबसे पुराना गणना उपकरण है, जिसे लगभग 3000 साल पहले चीन में उपयोग किया गया था। यह लकड़ी या धातु की छड़ियों पर बिची हुई मोतियों से बना होता है।

2

नेपियर बोन्स (Napier Bones)

नेपियर बोन्स का आविष्कार 1617 में जॉन नेपियर ने किया। यह एक गणना उपकरण था जिसका उपयोग गुणा और भाग करने के लिए किया जाता था।

3

पैस्कलिन (Pascaline)

पैस्कलिन का आविष्कार 1642 में ब्लेज़ पास्कल ने किया। यह पहला यांत्रिक कैलकुलेटर था जो जोड़ने और घटाने के लिए उपयोग किया जाता था।

4

लीबनिट्ज़ का कैलकुलेटर (Leibniz's Calculator)

गॉटफ्राइड विल्हेम लीबनिट्ज़ ने 1671 में "लीबनिट्ज़ कैलकुलेटर" का आविष्कार किया। यह जोड़ने, घटाने, गुणा और भाग करने की क्षमता रखता था।

5

डिफरेंस और एनालिटिकल इंजन (Difference and Analytical Engine)

चार्ल्स बैबेज ने 1837 में डिफरेंस इंजन और बाद में एनालिटिकल इंजन का आविष्कार किया। एनालिटिकल इंजन को आधुनिक कंप्यूटर का अग्रदूत माना जाता है। इसमें स्वचालित गणना की क्षमता थी।

6

रमैन होलार्थ (Raman Holarith)

रमैन होलार्थ ने 1890 में पंच कार्ड्स का उपयोग किया, जो डेटा संग्रहण और प्रसंस्करण के लिए पहली बार उपयोग किए गए थे। यह विशेष रूप से जनगणना के लिए उपयोगी था।

7

पंच कार्ड (Punch Card)

पंच कार्ड एक पुराना माध्यम था जिसका उपयोग डेटा संग्रहण और प्रसंस्करण के लिए किया जाता था। इसे पहले बैबेज के डिफरेंस इंजन में भी इस्तेमाल किया गया था।

8

ENIAC (1943-1946)

ENIAC (Electronic Numerical Integrator and Computer) पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था, जिसका निर्माण 1943-1946 में हुआ था। यह विशेष रूप से सैन्य गणनाओं के लिए इस्तेमाल हुआ।

9

EDSAC (1947-1949)

EDSAC (Electronic Delay Storage Automatic Calculator) पहला प्रोग्रामेबल कंप्यूटर था। इसे 1947-1949 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में विकसित किया गया था।

10

UNIVAC-1 (1951)

UNIVAC-1 (Universal Automatic Computer-1) पहला कमर्शियल कंप्यूटर था जिसे 1951 में विकसित किया गया था। इसे वैज्ञानिक और व्यापारिक उद्देश्यों के लिए प्रयोग किया गया।

 

Computer Generations -- "Generation" शब्द से मतलब है किसी भी उत्पाद में निर्माण करते समय Improvement करना।

कंप्यूटर की पीढ़ी

समय अवधि

मुख्य तकनीक

मुख्य विशेषताएँ

उदाहरण

पहली पीढ़ी (First Generation)

1940-1956

वैक्यूम ट्यूब (Vacuum Tubes)

1. बड़े आकार के कंप्यूटर
2.
बहुत अधिक बिजली की खपत
3.
धीमी गति और कम दक्षता
4.
बहुत गर्मी उत्पन्न होती थी।

ENIAC, UNIVAC, EDVAC

दूसरी पीढ़ी (Second Generation)

1956-1963

ट्रांजिस्टर (Transistors)

1. वैक्यूम ट्यूब की तुलना में छोटे और तेज
2.
बिजली की कम खपत
3.
अधिक विश्वसनीयता
4.
प्रोग्रामिंग भाषाओं का उपयोग।

IBM 1401, IBM 7090

तीसरी पीढ़ी (Third Generation)

1964-1971

इंटीग्रेटेड सर्किट (Integrated Circuits - ICs)

1. कंप्यूटर का आकार और अधिक छोटा
2.
मल्टी-प्रोग्रामिंग और मल्टी-टास्किंग संभव
3.
बिजली की और भी कम खपत।

IBM 360, Honeywell 6000

चौथी पीढ़ी (Fourth Generation)

1971-1980

माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessors)

1. छोटे और तेज कंप्यूटर
2.
पर्सनल कंप्यूटर (PC) का विकास
3.
यूजर फ्रेंडली ऑपरेटिंग सिस्टम और ग्राफिकल इंटरफेस।

Intel 4004, Apple I, IBM PC

पांचवीं पीढ़ी (Fifth Generation)

1980-वर्तमान

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence - AI)

1. सुपर कंप्यूटर और न्यूरल नेटवर्क
2.
मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग
3.
स्वचालित निर्णय और रोबोटिक्स का विकास।

IBM Watson, Google DeepMind, क्वांटम कंप्यूटर

 

कंप्यूटर के प्रकार (Types of Computer )

 कंप्यूटर को हम तीन तरीकों से categorize कर सकते हैं -:

1. Based on Data Handling Capacity

2. Based on Size

3. Based on Purpose

Data Handling क्षमताओं के आधार पर (Based on Data Handling Capacity)

कंप्यूटर का प्रकार

विवरण (Explanation)

उदाहरण (Examples)

एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer)

1. यह निरंतर (Continuous) डेटा को प्रोसेस करता है।
2.
मुख्य रूप से भौतिक मात्राओं (जैसे तापमान, दबाव, वोल्टेज) को मापने के लिए उपयोग होता है।
3.
यह डेटा को ग्राफ या डायग्राम के रूप में प्रस्तुत करता है।

स्पीडोमीटर, ECG मशीन, वोल्टमीटर

डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer)

1. यह डेटा को अंकों (0 और 1) के रूप में प्रोसेस करता है।
2.
यह डेटा को गणना (Calculation) और तर्क (Logical Operations) के लिए उपयोग करता है।
3.
आज के समय में इस्तेमाल होने वाले अधिकांश कंप्यूटर डिजिटल हैं।

पर्सनल कंप्यूटर (PC), लैपटॉप, स्मार्टफोन

हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer)

1. यह एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों की विशेषताओं को जोड़ता है।
2.
यह भौतिक मात्राओं को मापता है (एनालॉग भाग) और उन्हें डिजिटल रूप में प्रोसेस करता है।
3.
इसका उपयोग विशेष रूप से वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों में होता है।

एयरक्राफ्ट नेविगेशन सिस्टम, हॉस्पिटल के ICU मॉनिटरिंग सिस्टम

 

2. आकार के आधार पर

कंप्यूटर का प्रकार

विवरण (Explanation)

उदाहरण (Examples)

सुपर कंप्यूटर (Supercomputer)

1. दुनिया के सबसे तेज और शक्तिशाली कंप्यूटर।
2.
बहुत बड़े और जटिल गणनात्मक कार्यों के लिए उपयोग किया जाता है।
3.
लाखों निर्देश प्रति सेकंड प्रोसेस करता है।

PARAM, IBM Summit, Cray XC40

मेनफ्रेम कंप्यूटर (Mainframe Computer)

1. बड़े संगठन और सरकार द्वारा डेटा प्रोसेसिंग और स्टोरेज के लिए उपयोग किया जाता है।
2.
हजारों उपयोगकर्ता एक साथ जुड़ सकते हैं।

IBM Z Series, UNIVAC

मिनीकंप्यूटर (Minicomputer)

1. मुख्य रूप से मध्यम आकार के व्यवसायों और अनुसंधान के लिए उपयोग किया जाता है।
2.
यह मेनफ्रेम और माइक्रो कंप्यूटर के बीच का होता है।

PDP-8, VAX 750

माइक्रो कंप्यूटर (Microcomputer)

1. व्यक्तिगत उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया।
2.
छोटे आकार और कम लागत।
3.
डेस्कटॉप, लैपटॉप, और टैबलेट शामिल हैं।

लैपटॉप, डेस्कटॉप, स्मार्टफोन, टैबलेट

वर्कस्टेशन (Workstation)

1. उच्च प्रदर्शन और ग्राफिकल प्रोसेसिंग के लिए डिज़ाइन किया गया।
2.
वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है।

Dell Precision, HP Z-Series Workstations

पोर्टेबल कंप्यूटर (Portable Computer)

1. इसे कहीं भी ले जाया जा सकता है।
2.
इसमें लैपटॉप, नोटबुक, और टैबलेट शामिल हैं।

लैपटॉप, नोटबुक, टैबलेट, पामटॉप

एम्बेडेड कंप्यूटर (Embedded Computer)

1. एक विशेष कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया।
2.
बड़े उपकरणों के अंदर एम्बेडेड होता है।

वॉशिंग मशीन, एटीएम, माइक्रोवेव ओवन, कार सिस्टम

 

 

Note:- दुनिया के सबसे तेज टॉप -5 सुपर कंप्यूटर

 

1.Frontier नाम का कंप्यूटर दुनिया का सबसे फास्ट सुपर कंप्यूटर है. वर्ल्ड इकोनोमिक फॉर्म की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कंप्यूटर करोड़ो ऑपरेशन को सिर्फ एक सेकेंड में पूरा कर देता है. इस कंप्यूटर को Hewlett Packard Enterprise और Oak Ridge National Laboratory ने मिलकर तैयार किया है.

Note:- जून‚ 2022 में विश्व के सबसे तेज (Fastest) सुपरकंप्यूटरों की टॉप 500’ (Top 500) सूची का 59वां संस्करण जारी किया गया।

टॉप 500’ के अनुसार विश्व का सबसे तेज (Fastest) सुपरकंप्यूटर फ्रंटियर’ (यूएसए) है।

लिनपैक बेंचमार्क पर फ्रंटियरसुपरकंप्यूटर की अधिकतम संसाधन गति 1,102 पेटाफ्लाप्स है।

फ्रंटियरसुपरकंप्यूटर ओक रिज नेशनल लैबोरेटरी (USA) में स्थापित परम सिद्धिहै।

 

विश्व के अन्य 4 सबसे तेज सुपरकंप्यूटर इस प्रकार हैं-

2. फुगाकू (जापान)

3. ल्यूमी (Lumi) (फिनलैंड)

4. समिट (यूएसए)

5. सिएरा (यूएसए)

 

Note:- टॉप 500 में भारतीय सुपरकंप्यूटर परम सिद्धिको ‘111वां स्थान प्राप्त हुआ है।

*लिनपैक बेंचमार्क पर परम सिधिसुपरकंप्यूटर की अधिकतम संसाधन गति 4.62 पेटाफ्लास है।

*भारतीय सुपरकंप्यूटर प्रत्युषको 132वां स्थान प्राप्त हुआ है।

*लिनपैक बेंचमार्क पर प्रत्युषसुपरकंप्यूटर की अधिकतम संसाधन गति 3.76 पेटाफ्लाप्स है।

*भारतीय सुपरकंप्यूटर मिहिरको 249वां स्थान प्राप्त हुआ।

*इस सुपरकंप्यूटर की अधिकतम संसाधन गति 2.57 पेटाफ्लास है।

*इस प्रकारइस सूची में भारत के केवल 3 सुपरकंप्यूटरों को स्थान मिला

उद्देश्य के आधार पर (Based on Purpose)

कंप्यूटर का प्रकार

विवरण (Explanation)

उदाहरण (Examples)

सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर (General Purpose Computer)

1. विभिन्न कार्यों को करने के लिए डिज़ाइन किया गया।
2.
यह बहुउद्देशीय होता है और कई प्रकार के सॉफ़्टवेयर चला सकता है।
3.
दैनिक उपयोग के लिए उपयुक्त।

डेस्कटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप, स्मार्टफोन

विशिष्ट उद्देश्य कंप्यूटर (Special Purpose Computer)

1. एक विशेष कार्य को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया।
2.
इसे केवल उस विशेष कार्य के लिए उपयोग किया जा सकता है।
3.
सीमित कार्यक्षमता।

एटीएम, एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम, वॉशिंग मशीन

संगठित उद्देश्य कंप्यूटर (Dedicated Purpose Computer)

1. एक विशेष प्रकार की प्रोसेसिंग या ऑपरेशन के लिए तैयार किया गया।
2.
यह किसी एक उद्देश्य पर केंद्रित होता है।
3.
उच्च दक्षता।

वैज्ञानिक उपकरण, सुपर कंप्यूटर, रोबोटिक्स





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